राज्यमंत्री कपिल देव ने किया एजुकेशन फेयर का भव्य उदघाटन

  संस्कार फाउंडेशन एवं अपना एडमिशन अड्डा द्वारा ऐतिहासिक एजुकेशन फेयर का भव्य आयोजन


मुज़फ्फरनगर। 

                       शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को नई दिशा देने के उद्देश्य से संस्कार फाउंडेशन एवं अपना एडमिशन अड्डा के संयुक्त तत्वावधान में अब तक का सबसे बड़ा एजुकेशन फेयर आयोजित किया गया, जिसमें देश की 10 से अधिक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों एचआरआईटी,आईएमएस यूनीसन,भारती विद्यापीठ, रायत बाहरा ,जीएनआईटी, आदि ने भाग लिया।

                                   एजुकेशन फेयर का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा किया गया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता एचआरआईटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति एवं पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल ने की।कार्यक्रम में विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन हेतु लकी ड्रॉ का आयोजन भी किया गया, जिसमें विजेताओं को लैपटॉप, स्मार्टफोन सहित कई आकर्षक उपहार प्रदान किए गए। उपहार वितरण डॉ. अनिल अग्रवाल द्वारा किया गया।इस अवसर पर जिला मुज़फ्फरनगर परिशिष्ट के शिक्षाविदों व समाजसेवियों - चंचल सक्सेना, मीनाक्षी मित्तल, डॉ. राजेश, प्रमेन्द्र दहिया, सभोष आर्य, कुलदीप सीवज, पंकज धीमान, चंद्रवीर सिंह, डॉ आर्यन त्यागी, संदीप मलिक एवं देवव्रत त्यागी, अनिल त्यागी चारु भारद्वाज को सम्मानित किया गया। साथ ही, कार्यक्रम में उपस्थित सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया।

कार्यक्रम की सफलता में वैशाली चौधरी, प्रमेन्द्र दहिया और "अपना एडमिशन अड्डा" की पूरी टीम की सराहनीय भूमिका रही।एजुकेशन फेयर में करियर काउंसलिंग से लेकर विभिन्न विश्वविद्यालयों के कोर्सेज की विस्तृत जानकारी तक, विद्यार्थियों को एक ही छत के नीचे सम्पूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया गया। प्रसिद्ध करियर काउंसलर समृद्धि त्यागी एवं वैशाली चौधरी को उनके उत्कृष्ट मार्गदर्शन हेतु विशेष रूप से सम्मानित किया गया।मुख्य अतिथि श्री कपिल देव अग्रवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा:“यह शिक्षा का मेला विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम है। ऐसे आयोजनों से युवाओं को सही दिशा, जानकारी और अवसर एक ही मंच पर उपलब्ध हो पाते हैं।”इस ऐतिहासिक मेले में हजारों विद्यार्थियों ने भाग लेकर इसे एक स्मरणीय और सफल आयोजन बना दिया।कार्यक्रम का संचालन एम.एस.गौर और कनक किया।