ओजस्वी मन नई दिल्ली:-
दिल्ली में भाजपा की ऐतिहासिक विजय के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिये रेखा गुप्ता के नाम पर मोहर लगी है।
बीजेपी विधायक दल की नेता चुनी जाने वाली रेखा गुप्ता शालीमार बाग सीट से विधायक हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के बड़े अंतर से मात दी है।रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। रेखा गुप्ता शालीमार बाग सीट से विधायक हैं। नई दिल्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा ने रेखा गुप्ता के नाम का प्रस्ताव रखा। बीजेपी ने मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद और ओमप्रकाश धनखड़ को नियुक्त किया था।बता दें कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है और पार्टी का 27 साल का वनवास खत्म हुआ है। 70 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 48, आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस का एक बार फिर दिल्ली में खाता नहीं खुला। वहीं दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता के नाम पर मोहर लग चुकी है। बता दें कि रेखा गुप्ता ने पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता है। वह शालीमार बाग सीट से विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के बड़े अंतर से मात दी है।रेखा गुप्ता बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की सक्रिय सदस्य हैं। संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के जरिये उन्होंने छात्र राजनीति में प्रवेश किया। 1994-95 में वह दौलत राम कॉलेज में सचिव चुनी गईं। 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव बनीं। 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनीं।
रेखा गुप्ता 2003-2004 तक बीजेपी युवा मोर्चा दिल्ली में सचिव के पद पर रहीं। 2004-2006 में वह युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव बनीं। अप्रैल 2007 में उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से बीजेपी के टिकट पर पार्षद बनीं। नगर निगम में पार्षद बनने के बाद उन्हें 2007-2009 तक महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। मार्च, 2010 में उन्हें भाजपा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। मौजूदा वक्त में वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। रेखा गुप्ता शालीमार बाग वार्ड से भी पार्षद रही हैं।रेखा गुप्ता को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से हार मिली थी। 2015 में उन्हें लगभग 11000 वोटों से वंदना कुमारी ने हराया था जबकि 2020 में उनकी हार का अंतर 3440 वोटों का था। लेकिन इस बार रेखा गुप्ता ने वंदना कुमारी को बहुत बड़े अंतर से चुनाव में शिकस्त दी है।
रेखा गुप्ता मूल रूप से हरियाणा के जींद की रहने वाली हैं। उनका पुश्तैनी गांव नंदगढ़ जींद के जुलाना इलाके में है। यहां उनके दादा मनिराम और परिवार के बाकी लोग रहते थे। रेखा के पिता जयभगवान की नौकरी दिल्ली में लग गई थी इसलिए उनका पूरा परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया। रेखा गुप्ता की स्कूली पढ़ाई से लेकर ग्रेजुएशन तक दिल्ली में ही हुई है। रेखा गुप्ता की 1998 में मनीष गुप्ता से शादी हुई थी। मनीष गुप्ता स्पेयर पार्ट्स का कारोबार करते हैं।